@pure.vichar
चालाकी चार दिन चमकती है
और ईमानदारी जीवन भर …
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
नर्क देखना है तो बेरोजगार होकर देख लो
ना इज्जत, ना सम्मान, ना पैसा, ना व्यवहार
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
शिक्षा उसे कहते हैं जो सही को सही और
ग़लत को ग़लत कहने की क्षमता को विकसित करती हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
घमंड के अंदर सबसे बुरी बात ये होती है कि
वह तुमको ये महसूस नही होने देता कि तुम गलत हो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
मर्द अगर मोहब्बत करने पे आ जाए तो
खुद को औरत की मोहब्बत में पागल बना देता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
नौकरीपेशा लोगों की जिंदगी भी क्या जिंदगी है ,
घर कहीं, नौकरी कहीं, अपने कहीं, सपने कहीं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
जब वक्त की ठोकर लगती है
तो अच्छे अच्छे लोग हद में रह कर चलना सीख जाते हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
चक्रव्यूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं ,
कल भी यही सच था और आज भी यही सच है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
काटोगे तो उम्र है
जियोगे तो ज़िन्दगी है
― अज्ञात
@pure.vichar
किसी की आत्मा पर इतनी गहरी चोट मत करो
की परमात्मा उसके पक्ष में आकर खड़ा हो जाये
― अज्ञात
@pure.vichar
खामोशी घमंड नहीं होती
कुछ खामोशियाँ सब्र भी होती हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
जो तकलीफ तुम खुद सहन नहीं कर सकते
वो किसी दूसरे को भी मत दो
― अज्ञात
@pure.vichar
तैयारी तुम भी करो रोने की
ये मेरे सहने का अंतिम दौर है
― अज्ञात
@pure.vichar
गिना तो शून्य भी जाता है
वह जब संख्या के बाद आता है
― अज्ञात
@pure.vichar
जब धैर्य अपमी चरम सीमा को पार कर जाता है
तब निश्चित ही वह विद्रोह का रूप ले लेता है
― अज्ञात
@pure.vichar
Online" के ये सब मेले हैं
Offline" तो सब अकेले हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
मेरी जगह अगर तुम होते
तो यकीन मानों थक गए होते
― अज्ञात
@pure.vichar
हैरान था मंज़र देखकर
जो साथ थे वो सांप थे
― अज्ञात
@pure.vichar
जो बात किए बिना रह सकता है
वो तुम्हें भूल भी सकता है
― अज्ञात
@pure.vichar
ईश्वर में आस्था है तो उलझनों में भी रास्ता है I
जय श्री राम
― अज्ञात
@pure.vichar
परिवार का हाथ पकड़ के चलिए
लोगों के पैर पकड़ने की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
हर बात दिल से लगाओगे तो रोते रह जाओगे
इसलिए जो जैसा है उसके साथ वैसा ही रहना सीखो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
आजकल कामयाब वही लोग हैं
जिसके बाप-दादा सड़क किनारें जमीन छोड़ कर गए हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
औरत की खामोशी और मर्द के आँसू कभी
बेवज़ह नहीं होते , अक्सर इसके पीछे राज़ गहरे होते हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
कम पढ़ी लिखी स्त्रियां ही घर बसाना जानती हैं
ज़्यादा पढ़ी-लिखी स्त्रियों को हमनें कोर्ट कचहरियों के चक्कर काटते देखा है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
जीवन उतना गंभीर नहीं है
जितना मन इसे बना देता है
– अज्ञात
Prof. Sarita Sidh and 7 others
― अज्ञात
@pure.vichar
जूते घिसकर बनाई गई पहचान और
जूते चाटकर बनाई गई पहचान मे फर्क होता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
हमेशा सबके लिए बेहतर सोचो क्योंकि
एक कामयाब इंसान कभी किसी का बुरा नहीं सोचता
#wafa
― अज्ञात