@pure.vichar
कभी यह सोच कर कमजोर मत पड़ना कि
आप अकेले हो, बल्कि हमेशा यह सोचकर डटे रहना
कि आप अकेले ही काफी हो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
मर्द पढ़ा तो ब्याह लाया अनपढ़ को भी
औरत पढ़ी तो सैकड़ों पुरुषों को नापसंद किया
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
जिंदगी तुम्हे हर उस मुकाम पे जलील करेगी
जहां से तुम अच्छे की उम्मीद रखते हो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
समझदार इंसान वो है जिसे पता हो ,
उसे कब और कहा बेवकूफ़ दिखना है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
समय से भी ज्यादा महंगी भावनायें होती है ,
जो इसे समझे उसी पर खर्च करो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
चक्रव्यूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं ,
कल भी यही सच था और आज भी यही सच है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
जिंदगी में एक ही नियम रखो
सीधा बोलो, सच बोलो और मुँह पर बोलो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
कंपटीशन इतना बढ़ गया है कि अगर हम
किसी को अपना दुःख बताते हैं तो वो हमसे ज्यादा बताता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
किसी की आत्मा पर इतनी गहरी चोट मत करो
की परमात्मा उसके पक्ष में आकर खड़ा हो जाये
― अज्ञात
@pure.vichar
काटोगे तो उम्र है
जियोगे तो ज़िन्दगी है
― अज्ञात
@pure.vichar
खामोशी घमंड नहीं होती
कुछ खामोशियाँ सब्र भी होती हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
जो तकलीफ तुम खुद सहन नहीं कर सकते
वो किसी दूसरे को भी मत दो
― अज्ञात
@pure.vichar
तैयारी तुम भी करो रोने की
ये मेरे सहने का अंतिम दौर है
― अज्ञात
@pure.vichar
जब धैर्य अपमी चरम सीमा को पार कर जाता है
तब निश्चित ही वह विद्रोह का रूप ले लेता है
― अज्ञात
@pure.vichar
Online" के ये सब मेले हैं
Offline" तो सब अकेले हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
गिना तो शून्य भी जाता है
वह जब संख्या के बाद आता है
― अज्ञात
@pure.vichar
मेरी जगह अगर तुम होते
तो यकीन मानों थक गए होते
― अज्ञात
@pure.vichar
जो बात किए बिना रह सकता है
वो तुम्हें भूल भी सकता है
― अज्ञात
@pure.vichar
हैरान था मंज़र देखकर
जो साथ थे वो सांप थे
― अज्ञात
@pure.vichar
ईश्वर में आस्था है तो उलझनों में भी रास्ता है I
जय श्री राम
― अज्ञात
@pure.vichar
हकीकत जानूँगी तो सब पराए हो जाएँगे
भरम में रहने दो की ' सब अपने है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
वक्त बदल गया है अब सिर्फ बेटियां ही नहीं
बेरोजगार लड़के भी मां-बाप के कंधों का बोझ है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
जिंदगी में कुछ सिखना चाहते हो तो
चींटी से मेहनत, बगुले से तरकीब और मकड़ी से कारीगरी सिखो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
तुम्हारा कुछ दिनों का टाइम पास
किसी के चेहरे की मुस्कान छीन लेता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
परिवार का हाथ पकड़ के चलिए
लोगों के पैर पकड़ने की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
पैसे से कमज़ोर आदमी को सबसे ज़्यादा
तानो की मार ' अपने ही घर में सहनी पड़ती हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
Assalam alaikum
और अल्लाह ने मदद व नुसरत का वादा भी कलमा ला-इलाहा_इल्लल्लाह कहने वालों के साथ कर रखा है
― अज्ञात
@pure.vichar
आप समझदार हैं बहुत अच्छी बात है पर
सामने वाले को मूर्ख न समझें ये उस से अच्छी बात है
#wafa
― अज्ञात