@pure.vichar
बैठा होगा कहीं झूठों में वह झूठा बन कर
कोई सच्चा भी अगर झूठ के इस दौर में है!!
― अज्ञात
@pure.vichar
#AsslamuAllekum
#GoodMorningTwitterWorld
मुस्लमान के लिए इबादत का दिन कभी नहीं आता
ब्लकि मुस्लमान पैदा ही इबादत के लिए हुआ है
#जुमा #Shams_T
― अज्ञात
@pure.vichar
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्
शिव ही सत्य है
आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
“ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव ”
#महाशिवरात्रि
#हर_हर_महादेव
― अज्ञात
@pure.vichar
बहुत समय पड़ा है यही वहम
सबसे बड़ा है
― अज्ञात
@pure.vichar
टहलने से खाना पचता है
ये तो केवल वहम है
जब तक किसी की बुराई किसी
से न करो खाना नहीं पचता
― अज्ञात
@pure.vichar
धोखा बहुत भारी होता है
यह भरोसे को उठा देता है
― अज्ञात
@pure.vichar
अच्छा इंसान मतलबी नहीं होता
बस दूर हो जाता है उन लोगों से जिन्हें उसकी क़द्र नहीं होती!!
― अज्ञात
@pure.vichar
जहा पैसों का नुकसान हो गया
समझ जाओं "दान" हो गया
― अज्ञात
@pure.vichar
मैं अपनी तमाम मजबूरियों से अंदर ही अंदर लड़ते-लड़ते...ऐसी ही किसी काली घनी अँधेरी रात में जिंदगी से हार जाऊंगा
-और फिर! तुम्हें भी कभी नही मिलूंगा!!!
― अज्ञात
@pure.vichar
सफल वही होते हैं
जो सपने देखना शुरू करते हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
तुम्हरा होना खुशी की
वजह बन जाता है
― अज्ञात
@pure.vichar
"मतलब" बहुत वजनदार होता है
निकल जाने के बाद हर रिश्ते को हल्का कर देता है
Goodmorning
― अज्ञात
@pure.vichar
संघर्ष में आप अनाथ होते हैं
हुजूम तो सफलता के बाद उमड़ता है
― अज्ञात
@pure.vichar
शिव~पार्वती महाशिवरात्रि
― अज्ञात
@pure.vichar
आज जो दर्द सह रहे हो
कल वो आपकी ताकत होगी!
― अज्ञात
@pure.vichar
बेशक गलती भूल
जाओ मगर सबक याद रखो!
― अज्ञात
@pure.vichar
इक उम्र तक मैं उसकी ज़रूरत बना रहा
फिर यूँ हुआ कि उसकी ज़रूरत बदल गई
- शौकत फ़हमी
― अज्ञात
@pure.vichar
जब आप ईमानदारी से अगर काम करते है
― अज्ञात
@pure.vichar
जो बीत रहा है वो
समय नहीं जीवन है !
― अज्ञात
@pure.vichar
सोच भले ही नई रखो लेकिन
संस्कार पुराने ही अच्छे है
― अज्ञात
@pure.vichar
गलत काम करने का
कोई सही तरीका नहीं हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
जिन्दगी की थकान में गुम हो गया है
वो लफ्ज़ जिसे सुकून कहते हैं!
― अज्ञात
@pure.vichar
काश समझना भी
समझाने जितना आसान होता!
― अज्ञात
@pure.vichar
तुम ही ज़रूरी हो
अगर तुम समझो तो
― अज्ञात
@pure.vichar
तू कयामत तक धरने पर बैठ ए किस्मत
मैं धरने से कभी इस्तीफा नहीं दूंगा
― अज्ञात
@pure.vichar
बेचैनियों से सारा आलम सर्द है
सुकून की गर्माहट
फ़क़त एक तेरे आग़ोश में है
― अज्ञात
@pure.vichar
जो मेरे हाथों में नहीं
शायद तुम वही एक लकीर हो
― अज्ञात
@pure.vichar
जिंदगी में कुछ रास्ते सब्र के होते
हैं और कुछ सबक के !
― अज्ञात