@pure.vichar
नौकरियां बुरी नहीं होती
बस वो हमसे बहुत कुछ छीन लेती हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
हम तो छोटे हैं अदब से सिर झुका लेंगे जनाब।
बड़े ये तय कर लें कि उनमें बड़प्पन कितना है
― अज्ञात
@pure.vichar
Over thinker हूँ लेकिन
जो सोचता हूँ वही बाद में सच निकलता है
― अज्ञात
@pure.vichar
मैं जब गांव छोड़कर कर निकला था
― अज्ञात
@pure.vichar
"सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए हम क्या क्या खोने को तैयार हैं"
#सुप्रभात
― अज्ञात
@pure.vichar
औरत जिस मर्द को प्रभावित करने के लिए महंगें कपड़े पहनती हैं , असल में वो मर्द उसे नंगा देखना चाहता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
कोशिश करो की गलत इंसान से गहरा संबंध ना रखो
क्योंकि ये नाराज़ होते हैं तो सीधे इज़्ज़त पर वार करते हैं
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
एक ईमान वाली "औरत" फ़क़ीर को भी
बादशाह बना देती है
― अज्ञात
@pure.vichar
किसी पर नाराज़ होने से बेहतर है
कि अपने जीवन मे उसकी अहमियत कम कर दो
― अज्ञात
@pure.vichar
जितने सिंपल रहोगे
उतने ही ज़्यादा पसंद किए जाओगे
― अज्ञात
@pure.vichar
ज़िंदगी में एक ऐसा इंसान ज़रूर होना चाहिये
जो हाल पूछे तो उसे सच बताया जा सके
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
हर हर महादेव हर हर महादेव
हर हर महादेव हर हर महादेव
― अज्ञात
@pure.vichar
गहराई से समझ लिया जिंदगी की हकीकत को
जो आये, उसे आने दो, जो जाये, उसे जाने दो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
गहराई से समझ लिया जिंदगी की हकीकत को
जो आये, उसे आने दो, जो जाये, उसे जाने दो
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
बाप वो छत है जो सर से हट जाए तो
रिश्तेदारों की औकात सामने आ जाती है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
एक पुरुष की ज़िम्मेदारी है कि वो औरत की इज्जत करे , मगर एक औरत की भी जिम्मेदारी है कि वो उस इज्ज़त के काबिल बने
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
मानसिक तनाव क्या है
0:25
― अज्ञात
@pure.vichar
वख्त का इंतेज़ार करो
तुम्हारी मुलाकात हमसे ही होगी
― अज्ञात
@pure.vichar
लहज़ा बदल गया है चिड़चिड़ा सा रहता हूं
0:12
― अज्ञात
@pure.vichar
जय श्री गणेश
विघ्न हर, विघ्न विनाशन, हे देवान्तक
― अज्ञात
@pure.vichar
सरल व्यक्ति के साथ किया गया छल ,
बर्बादी के सारे द्वार खोल देता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
अधिक पैसे कमाने वाले पुरुषों को अधिक प्रेम मिलता है , फिर वो चाहे परिवार से मिले, समाज से या फिर प्रेमिका से
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
बहुत जरूरी हो गया है पैसा कमाना
क्योंकि अब दिल नहीं औकात देखता है जमाना
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
ठीक हूं ' ये तो हम किसी से भी कह सकते हैं
परन्तु परेशान हूं ' कहने के लिए कोई बहुत ही खास होना चाहिए
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
स्त्री की गोद और पुरुष की जेब
अगर खाली रह जाए तो ये दुनिया जीने नही देती
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
महँगे जूते अक्सर वही ख़रीदते है
जिनके नसीब में चलना कम आता है
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
नर्क देखना हो तो बेरोजगार हो कर देख लो
ना पैसा, ना इज़्ज़त, ना सम्मान, ना व्यवहार
#wafa
― अज्ञात
@pure.vichar
बहुत नम्रता चाहिए रिश्ते निभाने के लिए
छल कपट से तो महाभारत रची जाती हैं
#wafa
― अज्ञात